वक्त जिंदगी का सबसे बड़ा गुरु होता है, और यही सच्चाई इस खूबसूरत कविता “वक्त की सीख” में बखूबी झलकती है। ये कविता हमें याद दिलाती है कि समय हमें तन्हाइयों में भी दोस्त ढूँढना सिखाता है, गिरकर संभलना सिखाता है और जिंदगी का असली मतलब समझा देता है।
वक्त की सीख…………
वक्त ने हमें क्या – क्या सिखा दिया
जो सीखना न चाहते थे
वो भी सिखा दिया
वक्त ने हमें क्या – क्या सिखा दिया
हमें महफिल की चाहत थी
तन्हाइयों को दोस्त बना दिया
हम तो सिर्फ दौड़ना जानते थे
गिरकर संभलना सिखा दिया
वक्त ने हमें क्या – क्या सिखा दिया
गीत ही अच्छे लगते थे हमें
संगीत का नशा चढ़ा दिया
हम तो सिर्फ पढ़ना जानते थे
लिखना भी सिखा दिया
वक्त ने हमें क्या – क्या सिखा दिया
अनजान थे जिंदगी की हकीकत से हम
जिंदगी का असली मतलब बता दिया
न जाने ये वक्त क्या – क्या सिखा गया
वक्त ने हमें क्या – क्या सिखा दिया……..
सुरेश के
सुर………..
The lesson of time…………
Time has taught me more and more.
Time taught me more than enough
that I did not require.
Time has taught me more and more.
I wanted a party
but turned loneliness as a friend.
I only knew how to run
but time taught me
how to stand after falling.
Time has taught me more and more.
I liked the songs only.
Time taught me music.
I only knew how to read.
Time taught me how to write too.
Time has taught me more and more.
I was unaware of the reality of life,
told me the real meaning of life.
I don’t know
what the time has taught me.
Time has taught me
more and more……….
Suresh Saini
वक्त हमें कभी हंसाकर, कभी रुलाकर, जीवन की हर सच्चाई से परिचित कराता है। यही कारण है कि “वक्त की सीख” केवल एक कविता नहीं, बल्कि जिंदगी की गहरी समझ है। अगर यह कविता आप को Inspiring लगी हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर Share करें—क्योंकि सीख तभी सार्थक होती है, जब वह सबके काम आ सके।
वक्त की सीख यही है — “जी लो जिंदगी” कविता जरूर पढ़े।